आगामी 8-9 जून को कज़ाख़स्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (शंसस) के शिखर सम्मेलन में औपचारिक रूप से एक नए सुरक्षा ढाँचे को स्वीकार किया जाएगा, जो यूरेशिया के 60 प्रतिशत हिस्से पर लागू होगा और पूरी दुनिया पर जिसका लम्बे समय तक स्थायी प्रभाव रहेगा।
आधिकारिक तौर पर भारत और पाकिस्तान के शंसस के पूर्ण सदस्य बनने के साथ ही शंसस में शामिल देशों की कुल आबादी लगभग साढ़े तीन अरब हो जाएगी। यानी क़रीब आधी मानवजाति शंघाई सहयोग संगठन (शंसस) में शामिल होगी, जिसका सँयुक्त सकल घरेलू उत्पाद वैश्विक...