हैलिकॉप्टरों के इस नए मॉडल को ’केए-62’ नाम दिया गया है। विगत मई 2017 में रूस में आयोजित हैलिकॉप्टर प्रदर्शनी ’हेल-रशिया’ में इस हैलिकॉप्टर ने अपनी पहली उड़ान भरी थी। और यह उड़ान सनसनीखेज रही क्योंकि किसी को भी यह उम्मीद नहीं थी कि जिस हैलिकॉप्टर को बनाने में 20 साल का समय लग गया है, वह कभी उड़ान भी भरेगा।
अन्तरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक विश्लेषण केन्द्र के अध्यक्ष और पूर्व कर्नल-जनरल लिअनीद इवशोफ़ ने रूस-भारत संवाद से बात करते हुए कहा — शुरू में यह हैलिकॉप्टर सैन्य उद्देश्यों से बनाया गया था और इसका नाम रखा गया था ...