शंसस में शामिल होने से भारत को क्या फ़ायदा होगा?
शंघाई सहयोग संगठन (शंसस) पिछले 16 साल से यूरेशिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आज कज़ाख़स्तान की राजधानी अस्ताना में शंसस का शिखर-सम्मेलन हो रहा है। इस शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय सम्पर्क को मजबूत बनाने की ओर विशेष ध्यान दिया जाएगा तथा भारत और पाकिस्तान को शंसस में पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया जाएगा।
अभी तक शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों में से ज़्यादातर सदस्यों ने ’एक पट्टी, एक सड़क’ नामक चीन की पहल का समर्थन किया है। चीन ने शंसस के सदस्यों के बीच आपसी सम्पर्क सूत्र की नीति...